Anjali Dreams: अगर आप में कुछ बनने का जज्बा होना चाहिए फिर दुनिया की कोई ताकत आप को रोक नही सकती भले आपके पास धन भी न हो सच्चे मन से किया गया कार्य कभी विफल नही होता ऐसा ही कर दिखाया गरीब परिवार की बेटी अंजलि ने मैट्रिक की परीक्षा में 9वीं रैंक हासिल किया है.
जिस स्कूल में वह पढ़ती थी वह स्कूल उसके घर सुजानपुर से काफी दूर है. स्कूल दूर होने के बाद भी सर्दी गर्मी आंधी तूफान और बरसात में बिना छुट्टी किए रोजाना स्कूल जाती थी.
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अंजली स्कूल में कभी पैदल जाती थी तो कभी साइकिल से। अंजली के पिता जयप्रकाश सिंह आटो चलाते है
फिर भी अंजली को कभी पीछे नही मुड़ने दिया। इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (IAS) बनना चाहती है अंजली.
पीपीसीएम हाई स्कूल अमझोर की छात्रा है अंजलि
पीपीसीएम हाई स्कूल अमझोर की छात्रा है अंजलि. सुजानपुर गांव बेटी अंजली ने पूरे बिहार में मैट्रिक परीक्षा के
परिणाम में टॉप- 10 में जगह बनाई है. अंजलि कुमारी इस बार मैट्रिक की परीक्षा में टॉपर है.
उसे कुल 480 अंक प्राप्त हुए हैं. अंजलि को जहां बिहार में 9 वीं रैंक मिला तो जिले रोहतास में
पहला स्थान प्राप्त हुआ है. अंजलि ने कड़ी मेहनत करके सफलता प्राप्त की है.
Anjali Dreams: गांव सुजानपुर से उसका स्कूल बहुत दूर
अंजलि का कहना है कि उनके गांव सुजानपुर से उसका स्कूल बहुत दूर था. लेकिन उसने कभी भी स्कूल
जाना नही छोड़ा. पैदल तो कभी साइकिल से स्कूल जाकर पढ़ाई की और जब परिक्षा का परिणाम आया तो
पूरे बिहार में प्रथम सूची में नाम देखकर वह हैरान हो गई. अंजलि ने बताया कि उसके पिता जयप्रकाश सिंह ने
दिन रात आटो चलकर उसे पढ़ाया. पिता हमेशा कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करते थे.
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ऑटो चलाने वाली की बेटी भी आईएएस अधिकारी बनने का सपना देख रही
अंजलि ने कहा कि किसी कोचिंग सेंटर में नही गई, खुद और अध्यापकों के आशीर्वाद से उस ये खुशी मली है.
उसने कहा कि भले मेरे पिता ऑटो चलाते हो फिर भी उन्होंने कभी मेरी पढ़ाई में कमी नहीं आने दी.
ऑटो चलाने वाली की बेटी भी आईएएस अधिकारी बनने का सपना देख रही है।
Anjali Dreams: अंजलि के पिता ने बताया
अंजलि के पिता ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई के दौरान बहुत बार समस्या भी आई. में भले ही देर से ही सही
लेकिन पूरा कर देता था. मेरी दो बेटियां है दोनों बहनें कड़ी मेहनत करती है.
अंजली की मां बिमला देवी ने बताया कि वो दोनो बेटियों को ऊचे लेवल पर देखना परिवार का सपना है.
अंजलि के इस मुकामपर पूरा गांव खुश है. गांव वासी अंजली के घर पर आकर उसे बधाई दे रहे है।